रोजमर्रा की असंख्य वस्तुओं के बीच, विकर टोकरियाँ, एक उदासीन रवैये के साथ, चुपचाप जीवन की तुच्छता और गर्माहट को अपने साथ रखती हैं। लचीली विकर शाखाओं को आपस में बुनकर बुनी गई घुमावदार आकृतियाँ, शिल्पकारों की सरलता को मूर्त रूप देती हैं, तथा उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी की भावना से भर देती हैं, तथा एक व्यावहारिक सौंदर्यबोध बन जाती हैं जो समय से परे है।